भुजंगासन क्या होता है? What is Bhujangasan In Hindi
भुजंगासन दो शब्दों से मिलकर बना है – भुजंग + आसन, भुजंग का अर्थ होता है नाग । इस आसन का अर्थ है स्तिथि ।
इस आसन की अंतिम स्तिथि नाग की आकृति जैसी होती है। और आप देखेंगे कि भुजंगासन के फायदे अत्यधिक प्रभावशाली हैं।
इसमें शरीर के अगले हिस्से को नाग के फन कि तरह उठाया जाता है इसलिए भुजंगासन को कोबरा पोज़ भी कहते हैं।
भुजंगासन के अभ्यास से आपको बहुत ज्यादा फायदे मिलेंगे। और इसे करने से पहले आप सही तरीका जान ले तथा जो सावधानियां हैं उन्हें अच्छे से पढ़ लें, उसके बाद ही आपको भुजंगासन का अभ्यास करना चाहिए।
भुजंगासन करने से पूर्व किये जाने वाले यह आसन
आपको भुजंगासन का अभ्यास करने से पहले बालासन एंवम मार्जरी आसन का अभ्यास करना चाहिए जिससे आपको भुजंगासन का अच्छे से लाभ मिले।
भुजुंगासन करने के तरीके
1.सबसे पहले तो दोनों पैरों को साथ रखते हुए आसन या दरी के ऊपर पेट के बल लेटें। फिर दोनों पैरों के टखने एक-दूसरे को छूते रहने चाहिय।
अपन हाथों को जांघों के बगल में रखते हुए हथेलियां ऊपर की ओर करें, तथा माथे को जमीन पर टिका कर रखें।
2. इसके बाद हाथों को कोहनियों से मोड़ते हुए अपनी हथेलियों को कंधों के बगल में जमीन पर रख दें।
भुजंगासन के फायदे , तरीके एंवम सावधानियाँ
3.फिर धीरे-धीरे श्वास भरते हुए सिर गर्दन और कंधे ऊपर कि ओर उठाएं। अपने धड़ को नाभि तक उठा लें। तथा ठोड़ी को जितना सके उतना ऊपर कि ओर उठाएं।
4. तत्पश्चात सिर को पीछे की और जितना हो सके उतना खीचें और इसके साथ अपनी छाती को आगे की ओर निकालें।
5. फिर अपने कूल्हों, जांघों तथा पैरों से जमीन कि ओर दबाव बढ़ाएं।
6. अपने शरीर को इस स्थिति में लगभग 20 से 40 Seconds तक बनाए रखें। और बाद में अभ्यस्त होने के बाद आप इस आसान को 2-3 मिनट लगातार तक कर सकते हैं।
7. वापिस आते समय आप धीरे-धीरे अपने हाथों को अपनी बगल में ले आयें आएं। और अपने माथे को जमीन पर टेक दें। तथा हाथों को जांघों के बगल में रखें और विश्राम करें।
भुजुंगासन करने के फायदे – Benefits of Bhujangasana in Hindi
1. भुजंगासन रीढ़ की हड्डी व पेशियों को मजबूत एंवम लचीला बनाता है ।
2.इसके अभ्यास से आपकि कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनता है।
3.योग्य प्रशिक्षक के निर्देशन में भुजंगासन का अभ्यास स्लिप डिस्क को सही जगह ला सकता है, तथा साइटिका और पीठ दर्द समाप्त करता है एंवम आपकि रीढ़ को स्वस्थ बनाए रखता है ।
4.भुजंगासन अंडाशय और गर्भाशय को मजबूत करता है तथा मासिक धर्म संबंधी विकार एवं अन्य स्त्री रोग दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है।
5.इसका अभ्यास आपके फेफड़ों, कंधों, सीने और पेट के निचले हिस्से अच्छा खिंचाव डालता है। जिससे आपकि छाती चौड़ी होती है एंवम महिलयों के स्तनों के आकार में वृद्धि होती है।
6.आपके फेफड़ों पर खिंचाव के कारण यह अस्थमा की बीमारी में भी काफी राहत प्रदान करता है।
7.यदि गैस कि समस्या है तो उससे छुटकारा पाने में काफी फायदेमंद है।
8.इस आसन का निरंतर अभ्यास आपके फेफड़ों और दिल की नसों के ब्लॉकेज खोलने में भी मदद करता है।
9. भुजंगासन के अभ्यास से आपके पाचन तंत्र एंवम मूत्र मार्ग संबंधी समस्याएं दूर होती हैं जिसके फलस्वरूप आपकी यौन शक्ति भी बढ़ेगी।
10.भुजंगासन के अभ्यास से आपकि एड्रेनैलिन ग्रन्थि प्रभावित होती है इसलिए एड्रेनैलिन हॉर्मोन के स्राव में वृद्धि होती है।
इसलिए ये आपके तनाव, चिंता, एंवम डिप्रेशन आदि को कम करने में बहुत मदद करता है।
11.भुजंगासन के अभ्यास से गर्दन वाले हिस्से में काफी अच्छा खिंचाव आता है जिससे आपकि
थाइरॉइड एवं पैराथाइरॉइड ग्रंथियों को सक्रिय होने में काफी सहायता मिलती है, जिसके फलस्वरूप आप थाइरॉइड जैसी समस्या को कम कर सकते हैं।
भुजुंगासन के लिए सावधानीयाँ
- हर्निया (Hernia) से पीड़ित रोगी को इस आसान का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
- यदि आपकि कमर में दर्द अधिक है तो इस स्तिथि में आप भुजुंगासन का अभ्यास ना करें
- यदि पेट से संबंधित कोई सर्जरी हुई हो तो भी इस आसान के अभ्यास से बचे।
- अल्सर से ग्रसित रोगियों को यह योग अभ्यास नहीं करना चाहिए ।
- यदि आप गर्ववती महिला हैं तो आपको इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए ।
कुछ महत्वपूर्ण जानकारीयाँ – Important Information about Bhujungasan in Hindi
1.यदि आपको भुजंगासन के फायदे चाहिए तो इसका निरंतर अभ्यास करना पड़ेगा।
2. भुजंगासन का अभ्यास हमेसा ही श्वास – परश्वास के साथ करें ।
3. भुजंगासन के फ़ायदों के लिए आपको योग्य योग प्रशिक्षक कि जरूरत पड़ेगी ।
4. इस आसन के अभ्यास से पहले शरीर का warm-up जरूर करें ।
5. इस आसन को खाना खाने के बाद नहीं करना चाहिए।
6. भुजंगासन के फायदे प्राप्त करने हैं तो आप इसे जल्दबाजी में ना करें ।
Conclusion –What is Bhujangasan In Hindi
सबसे पहले तो मैं आपका बहुत – बहुत धन्यवाद करता हूँ क्योंकि आपने ये लेख पूरा पढ़ा । मुझे पूरा विश्वास है कि आपको भुजंगासन के फायदे एंवम तरीके अच्छे से समझ में आ गए होंगें ।
और मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आपको भुजंगासन के फायदे पूर्ण रूप से मिलें । और आप बहुत जल्द ही अपनी समस्या से निजात पाएं ।
यदि आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो Comment Section में जरूर बताएं ।
यदि आपका स्वास्थ्य से संबंधित कोई सवाल है तो आप हमसे पूछ सकते हैं आपकि समस्या का समाधान करने कि पूरी कोशिश कि जाएगी ।
और किसी जरुरतमन्द को आप ये Post Share भी कर सकते हैं । धन्यवाद आपका दिन शुभ एंवम मंगलमय हो ।
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