Importance of Friends in Life
यदि आप जीवन में सुखी रहना चाहते हैं, तो आपको अच्छे दोस्तों का साथ अति आवश्यक है। क्योंकि हमारे जीवन को अच्छा बनाने के लिए दोस्ती की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है ( Importance of Friends in Life )। और शायद इसीलिए कहा जाता है की दोस्ती दिमाग से नहीं बल्कि दिल से होती है। इसलिए आज हम इस लेख में आपको विस्तृत जानकारी देते हैं की दोस्ती आपको अच्छे जीवन के साथ साथ आपको कैसे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखती है।
Neuroscientists के अनुसार दोस्ती का महत्व ( Importance of Friends in Life )
According to Neuroscientists दोस्ती आपको Emotional Support के साथ साथ शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में भी काफी सहायता करती है। इसीलिए सच्चे और अच्छे दोस्त आपके दिल और दिमाग को तंदुरुस्त और स्वस्थ बनाए रखते हैं।
स्वास्थ्य की दृष्टि से दोस्तों का महत्व ( Importance of Friends in Life )
वर्तमान के आधुनिक संसाधनों की उपलब्धता के कारण यदि आप ऐसा सोच रहें है की हमें समाज में किसी दोस्त व मित्र की जरूरत नही है,और मैं अपना जीवन केवल आधुनिक संसाधनों के द्वारा ही खुशी खुशी व्यतीत कर सकता हूं, तो आपकी यह मानसिकता बिल्कुल गलत है।
क्योंकि एक समय ऐसा आता है दिन में की आप इन उपकरणों से ऊब जाते हैं और आपको अकेलापन अनुभव होता है। जिसके पश्चात आपको सामाजिक लोगों या अपने दोस्तों की कमी महसूस होती है। क्योंकि दोस्तो के साथ रहने से आपको मानसिक स्वास्थ्य के साथ साथ शारीरिक स्वास्थ्य की भी प्राप्ति होती है।
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नई और स्वस्थ काशिकाओं का निर्माण
जब आप कहीं स्कूल, कॉलेज, संस्था या किसी कार्यस्थल में अपने दोस्तों या सहयोगियों के साथ में किस प्रकार की चर्चा या तर्क वितर्क करते हो तो उसके बाद आपके दिमाग में स्वस्थ और नई कोशिकाओं का निर्माण होता है। दिमाग की कोशिकाओं को न्यूरॉन्स कहते हैं।न्यूरॉन्स आपस में नए कनेक्शन बनाते हैं जिसके फलस्वरूप आपका दिमाग स्वस्थ एवम तेज होता है।
सामाजिकता से मस्तिष्क में लचीलापन आता है
बड़े बड़े Neuroscientists ने भी यही कहा है की जब आप किसी सामाजिक कार्यक्रम या किसी सभा में हिस्सा लेते हैं तो उससे आपके दिमाग में बहुत सी गतिविधियां होती हैं जिससे आपका मतिष्क हल्का एवम लचीला बनता है, जिसके फलस्वरूप आपका दिमाग विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों का आकलन तथा उसके हिसाब से जो भी निर्णय लेना है उसका चुनाव बेहतर तरीके से कर सकता है।
इसीलिए आपको समाज के लोगों के साथ घुल मिल कर रहना चाहिए। जिससे आपको सामाजिक रिश्ते काफी मजबूत हो सके।
दोस्ती आपको डिमेंशिया से बचाती है
Neuroscientists के एक शौद्ध से पता चला है की अगर आप अकेले रहते हैं या अपने आप को अकेलेपन से ग्रसित समझते हैं तो आपको डिमेंशिया होने की संभावना दो गुना बढ़ जाती है। इसीलिए अगर आप डिमेंशिया से बचना चाहते हैं तो आपको अच्छे दोस्तों के साथ की आवश्कता होगी। यदि आपके पास अच्छे दोस्तों का साथ है तो डिमेंशिया आपको छू भी नहीं पाएगा।
उम्र बढ़ाने में सहायक
अच्छे दोस्त आपको अच्छे स्वास्थ्य के साथ साथ आपकी उम्र बढ़ाने में भी काफी मददगार होते हैं। 150 अध्ययनों में 3 लाख लोगों पर किए गए अध्ययन में ये नतीजे निकले की जो इंसान अपने सामाजिक रिश्ते अच्छे से बनाए रखते हैं वो था जो लोग जिनके पास अच्छे दोस्तों की मंडली है, उन लोगों की उम्र अन्य लोगों से अधिक तथा स्वस्थ रही है।
इसलिए हम आपको यही सलाह देते हैं की आप अपने जीवन में धन कमाए या ना कमाए मगर अच्छे मित्र जरूर कमाए।
व्यवहारिक ज्ञान को बढ़ावा देना
Neuroscientists ने बताया है कि अगर आपके पास अच्छे मित्रों का साथ है तो आप दैनिक जीवन में होने वाले कार्यों को और बेहतरीन तरीके से कर पाते हैं।
क्योंकि उन्होंने बताया है की दोस्तों आपके जीवन में इतने महत्वपूर्ण होते हैं कि मात्र उनके बारे में सोचने से ही आपके मस्तिष्क में स्कारात्मक हार्मोन्स स्त्रावित होने लगते हैं, जिसके फलस्वरूप मानसिक रोगों के विरुद्ध एक प्रतिरोधक क्षमता पैदा होती है। इसी के कारण आपके मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ जाती है।
जिम्मेदारी की भावना जागृत होना
बहुत से अध्यनों में पाया गया है की जो व्यक्ति सामाजिक समूहों से जुड़ा हुआ होता है। उसके अंदर जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न होती है।क्योंकि समाज में हर व्यक्ति को किसी कार्य के लिए उसे एक जिम्मेदारी दी जाती है, जिसके फलस्वरूप वह व्यक्ति उस कार्य को बड़ी जिम्मेदारी के साथ करता है। इसी प्रकार कुछ समय बाद उस व्यक्ति के अंदर जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न हो जाती है।
बीमारी के जोखिम को कम करने में सहायक
यदि आप अपने जीवन में अकेलेपन का शिकार हैं तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहें हैं। क्योंकि अकेले रहना एक शराबी, धूम्रपान, तथा एक आलसी जीवन व्यतीत करने से भी ज्यादा खतरनाक होता है। और अकेलेपन को मोटेपे से भी अधिक घातक माना जाता है। इसलिए अगर आप अकेले रहते हैं तो आपको बहुत सी खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इन खोखिमो से बचना चाहते हैं तो आपको समाज के लोगों के साथ अवश्य ही जुड़ना होगा।