गुणकारी चटनियां
चटनी का नाम आते ही विभिन्न भोज्य पदार्थों की याद ताजा हो जाती है।चटनी बनाने की सही रीत न केवल भोजन के स्वाद को बढ़ाती है।
अपितु प्राकृतिक लवणों, विटामिन्स, क्लोरोफिल आदि द्वारा शरीर का पोषण करती है एवं संक्रमण को रोकती है।प्रकृति प्रदत्त पत्तियों, सब्जी व फलों को विभिन्न रूपों में प्रयोग कर स्वादिष्ट चटपटी चटनी बनायी जा सकती है।
हरी धनिया की पत्ती
100ग्रा., किशमिश खजूर 25 ग्रा, हरी मिर्च, नमक
काला या सफेद रुचि अनुसार, अदरख 10 ग्रा. मिला दें।सबको पीसकर एक नींबू का रस मिलाकर खाइए।
यह चटनी अति स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।आंवला मिल सके तो उत्तम है।नींबू के स्थान पर आंवला ही प्रयोग करें।
हरी पत्ती वाले साग
(धनिया, पोदीना, पालक, मूली, मीठी नीम, सहजन आदि) एक प्रकार के या कई प्रकार के एक साथ लेकर
पीस लें।
अदरख, हरी मिर्च, ताजा आंवला, गुड़, काला व सफेद नमक स्वादानुसार मिलाकर सलाद के साथ खाएं।इस चटनी में अधिक पोषक तत्त्व होते हैं।
अंगूर के पत्तों को लेकर खूब बारीक पीसिये, नमक, कालीमिर्च, जीरा, हरा धनिया, हरा पुदीना मिलाकर
चटनी बनाइए, यह चटनी अंगूर की तरह ही स्वास्थ्य एवंस्वाददायक होती है।
पकी हुई इमली को 3 घण्टे पानी में भिगो दें, खूब अच्छीतरह मसलकर छान लें, नमक, हरी मिर्च, हरा धनिया,
हरा पुदीना, अदरक, गुड़/भीगे हुये खजूर का गूदा आदि रुचि
अनुसार मिलाकर खाइये।
यह चटनी पेचिश में लाभ करती है।इसका उपयोग सायंकालीन नाश्ते में पोहा, पकौड़ा
आदि के साथ करें।
नारियल, किशमिश, छुहारा, 6 घण्टे पानी में भिगोकर हरा धनिया, पुदीना, अदरख, कालीमिर्च या हरी मिर्च, नमक मिलाकर पीस लें।नींबू का रस डालकर खाइये, यह रक्त को बढ़ाती है।
- गाजर50 ग्रा., अमरूद 50 ग्रा., टमाटर 100 ग्रा., खजूर 25 ग्रा. हरी मिर्च, नमक स्वादानुसार मिलाकर सबको एक साथ पीसकर स्वादिष्ट चटनी बनाइए।
- पत्ता गोभी 50 ग्रा. सेब 50 ग्रा., गाजर 50 ग्रा., टमाटर 50 ग्रा., किशमिश खजूर 100 ग्रा., नमक, हरी मिर्च, अदरक स्वादानुसार डालकर सबको पीसकर चटनी बनावें।
- खजूर 100 ग्रा., लौकी 50 ग्रा., बन्द गोभी 25 ग्रा., अमरूद 50 ग्रा. (बीज हटा दें) हरी मिर्च, धनिया पत्ती, अदरक, नमक, नींबू रस स्वादानुसार मिलाकर सबको एक साथ पीसकर चटनी बनावें।
- 50 ग्रा. तिल (काले या सफेद), सौंफ 5 ग्रा., 10 मुनक्का, 2 खुबानी, 1 अंजीर, शाम को सभी समान को भिगोकर सुबह पीसकर प्रयोग करें। नमक, मिर्च स्वादानुसार मिलावें। यह चटनी बहुत ही पौष्टिक होती है।बच्चों के जिगर आदि रोगों में विशेष लाभकारी
- कच्चा आम 100 ग्रा.,हरा पुदीना व हरा धनिया 100 ग्रा., अदरख 10 ग्रा. उपयुक्त नमक ,मिर्च डालकर पीसकर चटनी बनावें।मीठा करने के लिये गुड़ डाल सकते हैं।
- करौंदा 100 ग्रा., हरा धनिया एवं पुदीना 50 ग्रा., उपयुक्त नमक, अदरख, हरी मिर्च डालकर स्वादिष्ट चटपटी चटनी बना लें।
- हरे चने का साग 100ग्रा, 10 ग्रा. धनिया, 10 ग्रा. पुदीना, 10 ग्रा. अदरख रुचि अनुसार हरी मिर्च नमक डालकर पीसकर चटनी बनावें यह चटनी प्रतिदिन खाना बहुत ही लाभकारी है।
विशेष – मूंगफली दाना, नारियल, हरीमिर्च, अदरक,
काला नमक, सफेद नमक, खट्टा करने के लिये आंवला,नींबू, कच्चा आम, अनार दाना, अथवा दही का स्वादानुसार प्रयोग किया जा सकता है।
भुना जीरा, हींग का प्रयोग भी स्वाद बढ़ाने में विशेष सहायक होता है व वायु प्रकोप को रोकता है
अनेक प्रकार की चटनी बनाकर खाने से न केवल अपक्वाहार फल सलाद आदि का स्वाद बढ़ जाता है वरन् अलग-अलग पत्तियों व अन्य सामग्रियों के गुण भी प्राप्त हो जाते हैं।
चटनी के प्रयोग से बच्चे भी सलाद व नाश्ते तथा भोजन को बड़े चाव से खाते हैं।